वर्तमान समय में देश नाज़ुक दौर से गुज़र रहा है और यह सिलसिला कई वर्षों से चल रहा. देश को इस मुक़ाम पर लाकर खड़ा करने में सबसे बड़ी भूमिका देशवासियों की रही है जो हमेशा अपनी ही दुनिया में व्यस्त रहे. नेताओं ने जंगल, ज़मीन, नदियाँ, पहाड़ सब बेच डाले और हमने उफ़्फ़ तक न की बल्कि उलटे चाय की चुस्कियाँ लेते रहे. उन्हीं चाय की चुस्कियों की कड़वी मिठास के बारे में स्वांग बैंड के कलाकारों ने यह विडियो बनाया है !!
सुरसुरी ये चाय है सुड़प सुड़प के पी,
ले गए ख़रीद के, वो घर से रौशनी
हमने न सवाल किया, न कोई बवाल किया,
बेठ के लिहाफ में, रे थोड़ी-थोड़ी चाय पी!
सुरसुरी ये चाय है….सुड़प सुड़प के पी …
देश बूढ़ा हो चूका है साठ साल का
फिर भी रूप हाय इसका है कमाल का
एक गाल गोल गोल लाल लाल है
दूसरा गट्टर पे जैसे कोई चाल है
लात मारो दुसरे को आ रही है बास,
सुरसुरी ये चाय है….सुड़प सुड़प के पी …
देश इनके बाप का है चाहे जो करें
चाहे जिसको ठोक डालें, जेल भेज दें
राजा जी के लोगो ने तो रोटियों को नोंच डाला
जंगलो को बेच के ज़मीन को खरोंच डाला
क्या करोगे जंगलो का खाओगे क्या घास?
सुरसुरी ये चाय है….सुड़प सुड़प के पी …
रात बड़ी काली थी, कश पे कश चले
जाम के कई दौर बातो के सिलसिले
चढ़ गयी शराब रूस याद आ गया
ठंडी जिन्दगी में इंकलाब आ गया
लड़खड़ाए फिर कदम और मैं सो गया
मुफ्त की शराब है गटक गटक के पी !!!
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Music : Rohit Sharma
Lyrics : Ravinder Randhawa
DOP : Savita Singh
Director : Ravinder Randhawa
Choreography : Aparna Daswani
Vocals : Rohit Sharma, Pankaj Badra, Ravinder Randhawa
Featuring : Pankaj Badra, Prabhat Raghunandan, Kanwwal, Sharmistha Saha, Aparna Daswani, Arpit Singh, Saurabh Pratap