संघ के मनगढ़ंत इतिहास और बढ़ते सांप्रदायिक खतरे : इरफ़ान हबीब

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लगातार तर्कशील एवं प्रगतिशील ताकतों पर हो रहे हमलों के विरोध में 1 नवम्बर 2015 को दिल्ली के मावलंकर सभागार में आयोजित ‘प्रतिरोध’ नामक सभा में इतिहासकार इरफ़ान हबीब ने अपनी बात रखी. प्रोफेसर हबीब ने इतिहास के साम्प्रदायिकरण में सत्ता की भागीदारी पर चर्चा की. हबीब के शब्दों में, “ जब भी कोई फ़ासिस्ट…