इस्लाम का एकेश्वर (तौहीद) का संदेश भी बहुमूल्य है। सूफ़ी संत और फ़कीर महाराष्ट्र में भी गाँव – गाँव घूमते हुए, “ईश्वर एक है
Author: Vinoba Bhave
इस्लाम में ब्याजखोरी का तीव्र निषेध -विनोबा भावे
इस्लाम ने ब्याजखोरी का भी तीव्र निषध किया है । सिर्फ़ चोरी न करना इतना ही नहीं, आपकी आजीविका भी शुद्ध होनी चाहिए ।
इस्लाम का पैगाम: धर्म की बाबत जबरदस्ती कत्तई नहीं की जा सकती | विनोबा भावे
सारांश यह है कि इस्लाम का यह सच्चा स्वरूप है । इसे ठीक – ठीक पहचानना चाहिए और उसका सार ग्रहण कर लेना चाहिए
इस्लाम की असल पहचान : मानव-मानव का नाता बराबरी का है | विनोबा भावे
यह निर्विवाद हकीकत है कि आरंभिक ज़माने में इस्लाम का प्रचार त्याग और कसौटी पर ही हुआ । प्रारंभ में इस्लाम का प्रचार तलवार