दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पिछले दो-ढाई साल से विक्षोभ की परिस्थिति बनी हुई है. कारण अनेक हैं. सरकार द्वारा शोधवृत्ति ख़त्म करने का आदेश, जेएनयू के सेक्युलर, प्रगतिवादी सोच और शैली पर कुछ नेताओं के विवादास्पद बयान, जैवप्रोद्योगिकी के छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी और अब कुछ मेधावी छात्रों के निलंबन पर शेहला राशिद की एक संक्षेप टिप्पणी !
वीडियो: शमीम असग़र अली, जे.एन.यू
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06/01/2017 04:08
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